
उत्तर प्रदेश के जनपद महराजगंज के सेखूई बाजार में आज का दिन धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत कर रहा है। आज, 16 जनवरी 2025 को, भव्य कलश यात्रा का आयोजन हुआ, जिसमें लगभग 351 कन्याओं ने भाग लिया। इसके साथ ही, महायज्ञ का शुभारंभ भी हो गया, जो आगामी 9 दिनों तक धार्मिक गतिविधियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से भक्तों को जोड़ता रहेगा।
कलश यात्रा: आस्था और परंपरा का संगम

सुबह से ही सेखुई बाजार में भक्तों का जमावड़ा देखने को मिला। कलश यात्रा में 351 कन्याओं ने परंपरागत वेशभूषा धारण की और सिर पर कलश रखकर पैदल यात्रा शुरू की। यात्रा का प्रारंभ काली मंदिर से हुआ और दमकी तक पहुंची।
दमकी पहुंचकर कन्याओं ने पवित्र स्थान पर पूजा-अर्चना की और कलश में पवित्र जल भरा। इसके बाद, कलश लेकर वे पुनः सेखूई काली मंदिर लौटीं। यह यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक थी, बल्कि सामाजिक समरसता और महिलाओं की भूमिका को भी दर्शाती है।
कलश यात्रा के दौरान भक्तों ने मंत्रोच्चारण और भजन-कीर्तन से माहौल को और भी पवित्र बना दिया। इस यात्रा में भाग लेने वाले हर व्यक्ति के चेहरे पर अद्भुत श्रद्धा और उत्साह नजर आया।
महायज्ञ का शुभारंभ

आज से सेखूई बाजार में महायज्ञ की शुरुआत हो गई है, जो 9 दिनों तक चलेगा। इस महायज्ञ में वैदिक पंडितों द्वारा मंत्रोच्चारण और हवन का आयोजन होगा। यज्ञ का उद्देश्य आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रसार करना और वातावरण को शुद्ध बनाना है।
महायज्ञ के दौरान विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान, प्रवचन और भजन-कीर्तन भी आयोजित किए जाएंगे। इन 9 दिनों में भक्तगण बड़ी संख्या में एकत्रित होकर अपनी श्रद्धा व्यक्त करेंगे। यज्ञशाला में भक्तों के बैठने, भोजन, और सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई है।
रामलीला: सांस्कृतिक कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण
महायज्ञ के साथ-साथ, सेखुई बाजार में रामलीला का आयोजन भी किया गया है। यह कार्यक्रम दिन में 11से 02 बजे तक और रात्रि 08 से 02 बजे तक आयोजित होगा और भगवान राम के जीवन की कथा को नाटकीय रूप में प्रस्तुत होगा।
रामलीला भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है, जो धार्मिक और नैतिक शिक्षा प्रदान करने का माध्यम है। भगवान राम के आदर्शों को देखकर लोग जीवन में सत्य, धर्म और न्याय के महत्व को समझते हैं।
रामलीला में स्थानीय कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे और भक्तों को रामायण की कथा का रसास्वादन कराएंगे। यह आयोजन बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों, सभी के लिए मनोरंजन और प्रेरणा का स्रोत होगा।
स्थानीय जनता में उत्साह

सेखूई बाजार में इस धार्मिक आयोजन को लेकर ग्रामवासियों में भारी उत्साह है। पूरे क्षेत्र में उत्सव जैसा माहौल है। महिलाएं, पुरुष, और बच्चे सभी अपनी-अपनी भूमिकाओं में व्यस्त हैं।
स्थानीय प्रशासन और आयोजकों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरी तैयारी की है। साफ-सफाई, बिजली, और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है। भक्तों के लिए पेयजल और बैठने की सुविधाओं की भी व्यवस्था की गई है।
आस्था और एकता का प्रतीक

यह धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन सेखूई बाजार में आस्था, परंपरा, और सामूहिकता का अनूठा उदाहरण पेश करता है। कलश यात्रा से लेकर महायज्ञ और रामलीला तक, हर पहलू लोगों के दिलों में भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रति प्रेम और श्रद्धा को बढ़ावा देता है।
यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करता है, बल्कि सामुदायिक सहयोग और भाईचारे को भी मजबूत करता है। इस कार्यक्रम ने सेखूई बाजार को एक सांस्कृतिक केंद्र बना दिया है, जहां हर व्यक्ति अपने धर्म और परंपरा का पालन करते हुए एकजुटता का अनुभव कर रहा है।
समापन
सेखूई बाजार का यह धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन हर व्यक्ति को अपनी जड़ों और परंपराओं से जोड़ने का प्रयास है। आने वाले 9 दिनों में, भक्तगण महायज्ञ और रामलीला का आनंद लेकर अपने जीवन में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ऊर्जा का संचार करेंगे।
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का भी प्रतीक है।