संवाददाता: राकेश चौधरी | निचलौल
महराजगंज जिले के निचलौल ब्लॉक क्षेत्र से एक मिसाल बनती खबर सामने आई है। 2025 जहां एक बेटे ने अपनी मां की मन्नत पूरी करने के लिए ढाई लाख रुपये खर्च कर एक भव्य ताजिया बनवाया। मां-बेटे के प्रेम और आस्था की यह कहानी अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
2025 निचलौल ब्लॉक के टिकुलहिया टोंगरी गांव की रहने वाली सबीरुन ने एक मन्नत मांगी थी। मन्नत पूरी होने के बाद उनके बेटे अब्दुल रजाक ने मां की ख्वाहिश को सिर आंखों पर रखते हुए अपनी मेहनत की कमाई से ताजिया निर्माण में ढाई लाख रुपये खर्च कर दिए।
अब्दुल रजाक ने न केवल मां की आस्था को सम्मान दिया, बल्कि गांव और क्षेत्र के लोगों के लिए भी एक मिसाल कायम की। उनका यह समर्पण भाव लोगों को पौराणिक सरवन कुमार की याद दिला रहा है, जिन्होंने अपने माता-पिता की सेवा के लिए जीवन समर्पित कर दिया था।
इस ताजिए को देखकर गांववाले ही नहीं, आस-पास के लोग भी हैरान रह गए। यह ताजिया आकार, शिल्प और सजावट के मामले में इतना भव्य और अद्भुत है कि लोग दूर-दूर से इसे देखने आ रहे हैं। यह सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं, एक बेटे की श्रद्धा का जीवंत प्रतीक बन गया है।
स्थानीय निवासी दीपराज चौधरी दीपू ने कहा
“ऐसा बेटा हर मां को मिले, जिसने मां की बात को इतना महत्व दिया। ये ताजिया सिर्फ एक धार्मिक प्रतीक नहीं, मां-बेटे के प्यार की मिसाल है।”