उत्तर प्रदेश के महराजगंज जनपद में पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। जिले के भिटौली क्षेत्र में सक्रिय ठग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने 6 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन अपराधियों का तरीका इतना चालाक और संगठित था कि राहगीरों को आसानी से अपने जाल में फंसा लेते थे। पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल इलाके में सनसनी फैला दी है बल्कि आम लोगों को भी सतर्क होने का संदेश दिया है।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा के निर्देशन में भिटौली थाना पुलिस ने एसओजी और स्वाट टीम के साथ संयुक्त अभियान चलाया। इस दौरान छह शातिर अपराधियों को दबोचा गया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान गोरखपुर जिले के करन, अर्जुन, जाबिद अली, धनंजय, दिलदार और अशोक उर्फ टिंकू के रूप में हुई है। ये सभी लंबे समय से ठगी की घटनाओं में शामिल थे और इलाके के राहगीरों को अपना शिकार बना रहे थे।
ठगी का अनोखा तरीका
गिरोह का ठगी करने का तरीका बेहद चालाक था। ये लोग राहगीरों के सामने कागज की गड्डी या असली रुपयों की गड्डी गिरा देते थे। जैसे ही कोई राहगीर उस गड्डी को उठाता या पास आता, ये ठग उसे लालच देकर फंसा लेते। मौके का फायदा उठाकर पीड़ित के पास मौजूद नकदी और गहने लेकर फरार हो जाते थे।
महिलाओं को ठगने के लिए ये अपराधी अंधविश्वास का सहारा लेते थे। भविष्य सुधारने का झांसा देकर महिलाएं इनके जाल में फंस जातीं और फिर उनके गहने या नकदी इन अपराधियों के हाथ लग जाते। इस तरह से ये गिरोह न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाता था बल्कि लोगों की भावनाओं और विश्वास के साथ भी खिलवाड़ करता था।
बरामद सामान
गिरफ्तार ठगों के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में नकदी और कीमती सामान बरामद किया है। इनमें शामिल हैं:
5.860 ग्राम पीली धातु की टिकिया
320 मिलीग्राम का ओम लॉकेट
3000 रुपये नकद
एक आधार कार्ड
5 एंड्रॉयड मोबाइल फोन और एक कीपैड मोबाइल
2 मोटरसाइकिल
इसके अलावा चोरी और ठगी में इस्तेमाल होने वाले उपकरण भी बरामद किए गए हैं। इनमें इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन, प्लास, हथौड़ी, छेनी, पेचकस और हेक्सा ब्लेड शामिल हैं। यह साफ है कि यह गिरोह संगठित रूप से अपराध करता था और ठगी के साथ-साथ अन्य आपराधिक गतिविधियों में भी शामिल हो सकता था।
महिलाओं को निशाना बनाने की साजिश
पुलिस जांच में सामने आया कि यह गिरोह खासतौर पर महिलाओं को निशाना बनाता था। अंधविश्वास और झूठे वादों के जरिए महिलाओं को विश्वास में लेकर उनका शोषण करता था। “भविष्य सुधारने” और “भाग्य चमकाने” जैसे बहाने बनाकर महिलाओं से उनके गहने और नकदी ऐंठ लेते थे। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और जागरूकता की कमी के चलते कई महिलाएं इनके जाल में फंस जाती थीं।
पुलिस ने भेजा जेल
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मामले की आगे की जांच जारी है और यह संभावना जताई जा रही है कि इस गिरोह से जुड़े अन्य लोग भी पुलिस की पकड़ में आ सकते हैं।
पुलिस की अपील
पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा ने लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह के लालच या अंधविश्वास में न फंसें। अज्ञात व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें और यदि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
आम लोगों के लिए सबक
यह घटना आम लोगों के लिए एक बड़ा सबक है। ठग गिरोह लगातार अपनी रणनीति बदलते रहते हैं और नए-नए तरीके अपनाते हैं। कभी नकदी का लालच देकर, तो कभी धार्मिक भावनाओं का सहारा लेकर, तो कभी भविष्यवाणी के नाम पर ठगी करते हैं। ऐसे में सतर्क रहना ही सबसे बड़ा बचाव है।